दिल्ली कहां है? वह शहर जिसे हम कहते हैं, वह कहां है? भूल भुलैया जैसी सुईवालान की गलियों में या चौड़ी छाती फैलाए राष्ट्रपति भवन की सड़कों पर। जामा मस्जिद के गुंबद पर बैठे कबूतर के राग में, हवा से बातें करती हुई मेट्रो के साज में। दिल्ली हमें हर रूप में भाती है । पिछले 70 वर्षों से हम दिल्ली के बदलते रुप को हर सुबह आप से मिलाते हैं। इसीलिए जब बात होती है दिल्ली की, तो पहला नाम आता है NBT का।

दिल्ली है तो दिल वालों दी, पर इसमें है हर प्रकार के दिल । दिल जो किसी की जान बचाने में अपनी जान भी दे दे । दिल जो हर नारी को देवी का रुप समझे और वह दिल जो इसे एक खिलौना माने। दिल जो हिंसा और अन्याय को अपना मूल अधिकार माने, और वह दिल जो इसके खिलाफ चट्टान बनकर आए। इन सभी दिलों को समेटे हुए पिछले 70 वर्षों से हर रोज आप को झंझोड़ता है NBT।

दिल्ली कौन है? पंजाबी, सिख, मुस्लिम, गढ़वाली, राजस्थानी, हिमाचली, बिहारी, सिर्फ यह ही नहीं, दिल्ली में संसार के हर कोने का व्यक्ति बसा है। इन हजारों रंगों को जब जोड़ा जाए तो जो तस्वीर बनती है, यह है दिल्ली । पिछले 70 वर्षों से हम दिल्ली का बदलता रुप लेकर हर सुबह आप से मिलते हैं । इसीलिए जब बात होती है दिल्ली की, तो पहला नाम आता है NBT का ।