नंगे पांव चलें, उम्र बढ़ाएं
 Health & Fitness     Ketan

अगर उम्र बढ़ानी है, तो चले नंगे पांव। डॉक्टर्स के मुताबिक, नंगे पांव चलने से आपको कई ऐसे फायदे होते हैं, जो किसी दूसरी चीज से नहीं हो सकते। यही नहीं, इस सिंपल मेथर्ड से आप अपनी उम्र बढ़ने की प्रोसेस को भी स्लो करते हैं।

अगर उम्र बढ़ानी है, तो चले नंगे पांव। डॉक्टर्स के मुताबिक, नंगे पांव चलने से आपको कई ऐसे फायदे होते हैं, जो किसी दूसरी चीज से नहीं हो सकते। यही नहीं, इस सिंपल मेथर्ड से आप अपनी उम्र बढ़ने की प्रोसेस को भी स्लो करते हैं। 

फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. अमित सारस्वत कहते हैं, रुटीन में तो नंगे पांव चलना मुश्किल है, लेकिन अगर आप किसी घास के मैदान या साफ जमीन पर पैदल चल रही हैं, तो उस समय बिना चलें बिन चप्पल व जूता पहने, तो फिर देखिएगा कि आपको कितना फायदा होता है। 

ब्लड सर्कुलेशन होता है तेज
नंगे पांव चलने से सबसे पहला फायदा तो यह होता है कि ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है। दरअसल, दिनभर आप अपने पैर जूते या चप्पलों से पैक रखते हैं, ऐसे में नंगे पैर खुली हवा में रहने से पैरों को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है,  जिससे उनकी थकान या दर्द खत्म हो जाता है।
 
 मसल्स होती हैं एक्टिव
 नंगे पैर पैदल चलने से वे सारी मसल्स एक्टिव हो जाती हैं, जिनका उपयोग जूते-चप्पल पहनने के दौरान नहीं होता। मतलब आपके पैरों के अलावा, उससे जुड़े सभी फिजिकल पार्ट्स सक्रिय हो जाते हैं। नंगे पैर पैदल चलते वक्त,आपके पंजों का निचला भाग सीधे धरती के संपर्क में आता है, जिससे एक्युप्रेशर के जरिए सभी भागों की एक्सरसाइज होती है और कई तरह की बीमारियों से निजात मिलती है। नंगे पैर चलने से शरीर में नेचरल एनर्जी बनी रहती हैं, जिससे बॉडी के सभी पार्ट्स सक्रिय रहते हैं।

पांव के दर्द से मिलती है राहत
 डॉ. अमित कहते हैं कि नंगे पांव चलने से एनर्जी का लेवल बढ़ता है, जिससे तनाव, हाईपरटेंशन, जोड़ों में दर्द, नींद न आना, हार्ट प्रॉब्ल्मस, ऑथ्राईटिस, अस्थमा, ऑस्टियोपोरोसिस की समस्याएं भी समाप्त होती है और आपका इम्यून सिस्टम स्ट्रॉग होता है।

बॉडी पॉश्चर में आता है सुधार
नंगे पांव पैदल चलने से बॉडी पॉश्चर में तेजी से सुधार आता है। क्योंकि जूते चप्पलों के साथ आपको पांवों को बैलेंस बनाकर चलने की आदत पड़ जाती है, लेकिन नंगे पांव पैदल चलने से बॉडी पॉश्चर सही होता जाता है।

– पांव के दर्द से मिलता है आराम
– ब्लड सर्कुलेशन होता है बेहतर
– एब्स लेते हैं शेप
– ओवरऑल पॉश्चर में आता है सुधार